LITTLE KNOWN FACTS ABOUT BAGLAMUKHI SHABAR MANTRA.

Little Known Facts About baglamukhi shabar mantra.

Little Known Facts About baglamukhi shabar mantra.

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ऊँ ह्रीं क्लीं (व्यक्ति का नाम) मम वश्यं कुरु कुरु स्वाहा।

अध्यात्मिक उन्नति: आध्यात्मिक उन्नति और आत्मज्ञान प्राप्त होता है।

आप सभी को दीपावली कि हार्दिक शुभकामनाएं

Guru should be expert. He or she shouldn't be limited to mere garments and sermons. A single who makes Every person cry and would make All people chortle, convinces with tales; Expert with these types of protean personalities exists in all places as guru and sadguru.

Humans are at risk of a lot of difficulties and fears in everyday life. The answer to each one of these are available with the initiation of Maa Baglamukhi.

Baglamukhi or Bagala is a vital deity Amongst the 10 Mahavidyas worshipped with good devotion in Hinduism. The final word good thing about worshipping Baglamukhi clears the illusions and confusions with the devotees and gives them a clear path to continue in life.

तंत्र साघक विना गुरू की सहमति के तथा वापसी प्रयोग होने पर बचाव प्रकरण सिद्ध होने पर ही प्रयोग करें।

जिव्हा खिंच लो शत्रु की सारी, बोल सके न बिच सभारी तुम मातु मैं दास तुम्हारा,

सफलता प्राप्ति: कार्यों में सफलता प्राप्त होती है।

साधना अष्टमी को एक दीपक में सरसों के तेल या मीठे तेल के साथ श्मशान में छोड़े हुए वस्त्र की बत्ती बनाकर जलाएं। विशेष दीपक को उड़द की दाल के ऊपर रखें। फिर पीला वस्त्र पहनकर और पीला तिलक लगा कर हल्दी से उसकी पूजा करें। पीले पुष्प चढ़ाएं और दीपक की लौ में भगवती का ध्यान कर बगलामुखी के मंत्र का एक हजार बार तीनों शाबर मत्रं से किसी भी एक का जप करें।तथा मद्य और मांस का भोग लगाएं।

उत्तर: हां, शुद्ध आहार का सेवन करें और पवित्रता बनाए रखें।

Baglamukhi Shabar Mantra is very exploited to penalize enemies and to dethrone the hurdles in everyday life. Occasionally, getting blameless and without any issues, the enemy commonly harasses you for no rationale. 

महादेव और पार्वती ने ही मनुष्यों के दुख निवारण हेतु शाबर मंत्रों की रचना की। शाबर ऋषि व नव नाथों ने भी कलियुग में मनुष्यों के दुखों को देखते हुए की व सहज संस्कृत ना पढ़ पाने के कारण भी है, आँख की पीड़ा-अखयाई ,कांख की पीड़ा -कखयाइ, पीलिया, नेहरूआ, ढोहरूआ, आधासीसी ,नज़र भूत प्रेत बाधा से मुक्ती हेतु ही की थी जिससे उपचार में विशेष सहायता प्राप्त हुई और रोगी का ततछण आराम मिल जाता है। आज भी झाड़ा लगवाने कुछेक असाध्य रोगों के विशेष प्रभाव शाली है,

To chant a Shabar mantra correctly, Sit comfortably and concentrate your head. Repeat the mantra website with very clear pronunciation. Preserve a gradual rhythm and breath, finishing at least 108 repetitions.

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